सिरसा। आठ देशों की जूडो चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों का आज यहां भव्य अभिनन्दन हुआ। कराटे एसोसिएशन तथा परिजनों सहित सैंकड़ों लोगों ने दिल्ली पुल पर खिलाडिय़ों का स्वागत किया। यहां से वाहनों के साथ शहर भर में विजय जुलूस निकाला गया। ज्ञातव्य हो कि विगत दिनों नेपाल में आठ देशों की जूडो चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, कोरिया, भूटान तथा दक्षिण कोरिया की इस प्रतियोगिता में देश के 14 खिलाडिय़ों ने भाग लिया था। खास बात यह है कि चैंपियनशिप में भाग लेने वाले 14 खिलाडिय़ों में से पदक हासिल करने वाले पांच के पांच खिलाड़ी सिरसा के हैं। सभी खिलाड़ी बरनाला रोड स्थित सिरसा स्पोट्र्स कराटे अकादमी में कोचिंग ले रहे हैं।
चैंपियनशिप में सूरज ने 32 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया। गुरजीत सिंह ने 37 किलोग्राम भार वर्ग में रजत तथा अमित सैनी, परमजीत सिंह व अक्षय ढाका ने कांस्य पदक जीता। इनमें से चार खिलाडिय़ों का आगामी 21 से 27 जनवरी 2012 को भारत के झारखंड में होने वाले एशियाड में चयन हुआ है। खिलाडिय़ों के कोच और कराटे एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव सोमवीर पंवार ने इसे देश के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने जी-जान से मेहनत की है। एशियाड गेम्स में भी वे कड़ी मेहनत करके यह मान बरकरार रखेंगे।
खिलाडिय़ों के परिजन भी उनकी इस उपलब्धि से फूले नहीं समा रहे थे। दिल्ली पुल पर खिलाडिय़ों के पहुंचते ही उन्हें फूलों से लाद दिया गया। विजय जुलूस में लगातार ढोल-नगाड़े बजाकर परिजनों ने खुशी का इज़हार किया। खिलाडिय़ों के परिजन विक्रम, श्रवण व काला सिंह का कहना है कि बच्चों ने अभिभावकों व सिरसा का ही नहीं, पूरे देश का नाम रौशन किया है। यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि आज उन्हें ऐसा अवसर मिला है। खिलाडिय़ों को खुली गाड़ी में चढ़ाकर पूरे शहर में विजय जुलूस निकाला गया। अनेक स्थानों पर खिलाडिय़ों को फूल-मालाएं व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
चैंपियनशिप में सूरज ने 32 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया। गुरजीत सिंह ने 37 किलोग्राम भार वर्ग में रजत तथा अमित सैनी, परमजीत सिंह व अक्षय ढाका ने कांस्य पदक जीता। इनमें से चार खिलाडिय़ों का आगामी 21 से 27 जनवरी 2012 को भारत के झारखंड में होने वाले एशियाड में चयन हुआ है। खिलाडिय़ों के कोच और कराटे एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव सोमवीर पंवार ने इसे देश के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों ने जी-जान से मेहनत की है। एशियाड गेम्स में भी वे कड़ी मेहनत करके यह मान बरकरार रखेंगे।
खिलाडिय़ों के परिजन भी उनकी इस उपलब्धि से फूले नहीं समा रहे थे। दिल्ली पुल पर खिलाडिय़ों के पहुंचते ही उन्हें फूलों से लाद दिया गया। विजय जुलूस में लगातार ढोल-नगाड़े बजाकर परिजनों ने खुशी का इज़हार किया। खिलाडिय़ों के परिजन विक्रम, श्रवण व काला सिंह का कहना है कि बच्चों ने अभिभावकों व सिरसा का ही नहीं, पूरे देश का नाम रौशन किया है। यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि आज उन्हें ऐसा अवसर मिला है। खिलाडिय़ों को खुली गाड़ी में चढ़ाकर पूरे शहर में विजय जुलूस निकाला गया। अनेक स्थानों पर खिलाडिय़ों को फूल-मालाएं व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
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